Indradhanush/इंद्रधनुष

Indradhanush/इंद्रधनुष

HindiEbook
कोहली, नरनदर
Penguin Random House India Private Limited
EAN: 9789353497545
Available online
CZK 288
Common price CZK 320
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pc

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इस कहानी-संकलन की कहानियों में बनते-बिगड़ते मानवीय संबंधों का जबर्दस्त चित्रण हुआ है। जैसे कि, परिस्थितियाँ कई बार ऐसा मोड़ लेती हैं कि अपने परायों में तब्दील हो जाते हैं . . . समय ऐसा अंतराल पैदा करता है कि वर्षों बाद पुराने शहर में जाने पर पूर्व प्रेमिका से मिलने का भी संयोग नहीं बन पाता . . . जिन बच्चों को माँ-बाप अपना पेट काटकर बड़ा करते और काबिल बनाते हैं, बुढ़ापे में कई बार वे ही बच्चे उन्हें खाने के लिए भी तरसा देते हैं . . . पत्नी पति से काम कराने के तरीके ढूँढ़ ही लेती है . . . गलत के खिलाफ़ बोलने वाले की छवि ऐसी बन जाती है, जैसे वह सब जगह काम बिगाड़ता फिरता हो . . . आदि।
EAN 9789353497545
ISBN 935349754X
Binding Ebook
Publisher Penguin Random House India Private Limited
Publication date May 13, 2020
Pages 152
Language Hindi
Country India
Authors कोहली, नरनदर